प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 12वीं पंचवर्षीय योजना के बाद भी 2017-2020 के दौरान स्वतंत्रता सैनिक सम्मान योजना (एसएसएसवाई) को जारी रखने की मंजूरी दे दी है। 12वीं पंचवर्षीय योजना की अवधि 31 मार्च, 2017 को समाप्त हो चुकी है।
इस योजना को मंजूरी मिलने से सम्मान के प्रतीक के रूप में देश के स्वतंत्रता संग्राम में स्वाधीनता सैनानियों को उनके योगदान के लिए, उनकी मृत्यु होने पर उनके जीवन साथी और उसके बाद उनके पात्र आश्रितों यानी अविवाहित और बेरोजगार लड़कियों तथा आश्रित माता-पिता को निर्धारित योग्यता नियमों और प्रक्रिया के अनुसार मासिक सम्मान पेंशन प्रदान की जाएगी।
वित्तीय अनुमान
वर्ष 2017-2020 के दौरान एसएसएसवाई के जारी रहने से 2552.93 करोड़ रुपये का वित्तीय अनुमान लगाया गया है। पुनरावर्ती खर्च के रूप में वर्षवार निधि इस प्रकार होगी :
क्र. सं. | खर्च का वर्षवार अनुमान | 2017-18 | 2018-19 | 2019-20 | तीन वर्षों का जोड़ |
1 | स्वतंत्रता सैनिक सम्मान पेंशन | 750 | 825 | 907 | 2482 |
2 | स्वाधीनता सेनानियों को मुफ्त रेलवे पास | 10 | 30 | 30 | 70 |
3 | स्वाधीनता सैनानियों के लिए स्थायी आवास | 0.31 | 0.31 | 0.31 | 0.93 |
कुल योग | 760.31 | 855.31 | 937.31 | 2552.93 |
पृष्ठभूमि:
सरकार ने ‘अंडमान के पूर्व राजनीतिक कैदियों के लिए पेंशन योजना’ 1969 में शुरू की थी। यह योजना उन स्वाधीनता सेनानियों के सम्मान में शुरू की गई थी, जिन्हें पोर्ट ब्लेयर की सेल्यूलर जेल में कैद कर दिया गया था। 1972 में आजादी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर स्वाधीनता सैनानियों को नियमित पेंशन देने की योजना शुरू की गई। इसके बाद 01.08.1980 में एक उदार योजना लागू की गई, जिसे ‘स्वतंत्रता सैनिक सम्मान पेंशन योजना, 1980’ नाम दिया गया। वित्त वर्ष 2017-18 से इस योजना का नाम बदलकर ‘स्वतंत्रता सैनिक सम्मान योजना’ कर दिया गया। अब तक केन्द्रीय सम्मान के लिए कुल 1,71,617 स्वाधीनता सैनानियों और उनके पात्र आश्रितों को मंजूरी दी गई है।
इस समय इस योजना के अंतर्गत 37,356 स्वाधीनता सेनानी और उनके पात्र आश्रित पेंशनरों को शामिल किया गया है, जिसमें 12,657 स्वाधीनता सेनानी और 23,127 आश्रित जीवन साथी और 1572 लड़कियां शामिल हैं। आरंभ में पेंशन की राशि 200 रुपया प्रति माह थी, जिसे समय-समय पर बढ़ाया जा चुका है। 15.8.2016 से पेंशनरों की सभी श्रेणियों के लिए इस राशि को बढ़ाया गया है। अभी तक स्वाधीनता सेनानी पेंशनरों पर लागू औद्योगिक कर्मचारियों की अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मंहगाई राहत योजना को बंद कर दिया गया और इसके स्थान पर केंद्र सरकार के कर्मचारियों पर लागू वर्ष में दो बार वाला महंगाई भत्ता लागू कर दिया गया। पेंशनरों को दिये जाने वाले भत्ते को ‘महंगाई राहत’ नाम दिया गया। केन्द्रीय स्वाधीनता सेनानी पेंशनरों की विभिन्न श्रेणियों के लिए पेंशन की वर्तमान राशि इस प्रकार है।
क्र. सं. | स्वाधीनता सेनानियों की श्रेणी | बेसिक पेंशन रुपये में (प्रति माह) 15.8.2016 से लागू | 3% महंगाई राहत सहित रुपये में पेंशन की कुल राशि (प्रति माह) |
1 | पूर्व अंडमान कैदी/जीवन साथी राजनीतिक | 30,000 | 30,900/- |
2 | ब्रिटिश इंडिया के बाहर दंड पाने वाले स्वाधीनता सेनानी/ जीवनसाथी | 28,000 | 28,840/- |
3 | अन्य स्वाधीनता सेनानी /आईएनए सहित जीवनसाथी | 26,000 | 26,780/- |
4 | आश्रित माता-पिता/पात्र बेटियां (किसी भी समय अधिकतम 3 बेटियां) | राशि का 50% जो स्वाधीनता सेनानी के लिए स्वीकार्य होता यानी 13,000/- से लेकर 15,000/- तक | राशि का 50% जो स्वाधीनता सेनानी के लिए स्वीकार्य होता यानी 13,390/- से लेकर 15,450/- तक |
73% स्वाधीनता सेनानी पेंशनरों के बैंक खातों को आधार से जोड़ा गया है और उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष में बैंक खातों को आधार से जोड़ने का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।
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एकेटी/वीके/कविता/तारा
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