भारत और अमरीकी नौसेनाओं के दरमियान 1992 में शुरू हुए द्विपक्षीय अभ्यास के क्षेत्र, परिचालन की जटिलता और भागीदारी के स्तर में भारत और अमरीकी मालाबार नौसेना में अभ्यास के लगातार हो रहे संस्करणों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इस अभ्यास का 18वां संस्करण पश्चिमी प्रशान्त क्षेत्र में जुलाई, 2014 में आयोजित किया गया था, जिसमें जापानी मेरिटाइम सेल्फ डिफेन्स फोर्स (जेएमएसडीएफ) को भागीदारी के लिए आमंत्रित किया गया था।
अभ्यास के 19वें संस्करण मालाबार-15 का 14-19 अक्तूबर, 2015 तक बंगाल की खाड़ी में आयोजन किया जा रहा है। भारतीय नौसेना के साथ अमरीकी नौसेना बल, जेएमएसडीएफ भी इस अभ्यास में भाग लेंगे। मालाबार-15 के दायरे में बंदरगाह चरण के दौरान व्यापक क्षेत्र की पेशेवर बातचीत और सागर चरण में परिचालन गतिविधियों के विविध क्षेत्र शामिल हैं।
मालाबार-15 के दौरान भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेशी फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक, गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस रणविजय, स्वदेशी फ्रिगेट आईएनएस बेतवा और बेड़ा सहायक जहाज आईएनएस शक्ति द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बी, आईएनएस सिंधुराज, लोंग रेंज मेरिटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट पी81 और इंटेग्रल रोटरी विंग हेलिकॉप्टर भी इस त्रिपक्षीय अभ्यास में भाग लेंगे।
अमरीकी नौसेना का प्रतिनिधित्व यूएसएन 7वें बेड़े के कैरियर टॉस्क फोर्स (सीटीएफ) के जहाजों द्वारा किया जाएगा, जो योकोसूका, जापान में आधारित है। सीटीएफ में निमित्ज श्रेणी के विमान वाहक जहाज यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट, टिकोन्डेरोगा श्रेणी के क्रूजर यूएसएस नॉरमेंडी और फ्रीडम क्लॉस लिटोरल, लड़ाकू जहाज, यूएसएस फोर्थ वर्थ शामिल होंगे। इसके अलावा लॉस एंजिल्स क्लॉस परमाणु संचालित पनडुब्बी यूएसएस सीटी ऑफ क्रॉर्पस क्रिस्टी, एफ-18 अमरीकी कैरियर एयर विंग से एफ-18 हवाई जहाज और पी-8ए लॉन्ग रेंज मेरिटाइन पेट्रोल हवाई जहाज भी इस अभ्यास में भाग लेंगे।
जेएमएसडीएफ का प्रतिनिधित्व एसएच-60के इन्टेग्रल हेलिकॉप्टर युक्त मिसाइल विध्वंसक जेएस फयुजुकी द्वारा किया जाएगा। मालाबार-15 भारत प्रशान्त क्षेत्र की प्रमुख नौसेनाओं के बीच नौसैनिक सहयोग बढ़ाने की प्रक्रिया का एक प्रमुख हिस्सा है, जिससे आपसी समझ को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। तीनों नौसेनाओं द्वारा सर्वोत्तम प्रक्रियाओं की साझेदारी से उनकी अपनी-अपनी क्षमताओं को मजबूत करने और आपदा निवारण और राहत की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रभावी और तेजी से कार्रवाई करने के लिए बेहतर तालमेल बनाने में मदद मिलने के साथ-साथ वैश्विक समद्रीय समुदाय के लाभ के लिए इस क्षेत्र में समुद्रीय सुरक्षा और रक्षा करने में भी सहायता मिलती है।
[PIB]
अभ्यास के 19वें संस्करण मालाबार-15 का 14-19 अक्तूबर, 2015 तक बंगाल की खाड़ी में आयोजन किया जा रहा है। भारतीय नौसेना के साथ अमरीकी नौसेना बल, जेएमएसडीएफ भी इस अभ्यास में भाग लेंगे। मालाबार-15 के दायरे में बंदरगाह चरण के दौरान व्यापक क्षेत्र की पेशेवर बातचीत और सागर चरण में परिचालन गतिविधियों के विविध क्षेत्र शामिल हैं।
मालाबार-15 के दौरान भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेशी फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक, गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस रणविजय, स्वदेशी फ्रिगेट आईएनएस बेतवा और बेड़ा सहायक जहाज आईएनएस शक्ति द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बी, आईएनएस सिंधुराज, लोंग रेंज मेरिटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट पी81 और इंटेग्रल रोटरी विंग हेलिकॉप्टर भी इस त्रिपक्षीय अभ्यास में भाग लेंगे।
अमरीकी नौसेना का प्रतिनिधित्व यूएसएन 7वें बेड़े के कैरियर टॉस्क फोर्स (सीटीएफ) के जहाजों द्वारा किया जाएगा, जो योकोसूका, जापान में आधारित है। सीटीएफ में निमित्ज श्रेणी के विमान वाहक जहाज यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट, टिकोन्डेरोगा श्रेणी के क्रूजर यूएसएस नॉरमेंडी और फ्रीडम क्लॉस लिटोरल, लड़ाकू जहाज, यूएसएस फोर्थ वर्थ शामिल होंगे। इसके अलावा लॉस एंजिल्स क्लॉस परमाणु संचालित पनडुब्बी यूएसएस सीटी ऑफ क्रॉर्पस क्रिस्टी, एफ-18 अमरीकी कैरियर एयर विंग से एफ-18 हवाई जहाज और पी-8ए लॉन्ग रेंज मेरिटाइन पेट्रोल हवाई जहाज भी इस अभ्यास में भाग लेंगे।
जेएमएसडीएफ का प्रतिनिधित्व एसएच-60के इन्टेग्रल हेलिकॉप्टर युक्त मिसाइल विध्वंसक जेएस फयुजुकी द्वारा किया जाएगा। मालाबार-15 भारत प्रशान्त क्षेत्र की प्रमुख नौसेनाओं के बीच नौसैनिक सहयोग बढ़ाने की प्रक्रिया का एक प्रमुख हिस्सा है, जिससे आपसी समझ को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। तीनों नौसेनाओं द्वारा सर्वोत्तम प्रक्रियाओं की साझेदारी से उनकी अपनी-अपनी क्षमताओं को मजबूत करने और आपदा निवारण और राहत की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रभावी और तेजी से कार्रवाई करने के लिए बेहतर तालमेल बनाने में मदद मिलने के साथ-साथ वैश्विक समद्रीय समुदाय के लाभ के लिए इस क्षेत्र में समुद्रीय सुरक्षा और रक्षा करने में भी सहायता मिलती है।
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