By FirstIndia Correspondent , Update on 01-08-2015 10:56:48
जोधपुर/बाड़मेर/जालोर। बारिश को तरसने वाले थार के रेगिस्तान के लोग अब बारिश से आजिज आ चुके है और दुआ कर रहे है कि बारिश का यह दौर थम जाए तो बेहतर होगा। रेगिस्तानी जिलों में छह दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण कई स्थान पर बाढ़ के हालात बने हुए है। कल रात से भारी बारिश का दौर कुछ कमजोर अवश्य हुआ है, लेकिन पूरी तरह से बारिश बंद नहीं हुई है। हल्की बारिश का दौर जारी है। भारी बारिश बंद होने से बाढ़ की स्थिति में अब सुधार होने की उम्मीद है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी स्तर कम होने और बचाव टीमों के मौके पर पहुंचने से लोगों को कुछ राहत अवश्य मिली, लेकिन पूरी तरह से निजात मिलने में अभी समय लगेगा। वहीं जोधपुर में सुबह की हल्की बारिश के बाद मौसम अब थोड़ा साफ होने लगा है।
एयरफोर्स का विमान सी-17 ग्लोब मास्टर फिर बना रक्षादूत
एयरफोर्स का जंगी विमान सी-17 ग्लोब मास्टर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत के लिए नायक बन कर उभरा है। यमन में फंसे भारतीयों को निकालने और नेपाल में आए प्रलयकारी भूकंप के बाद राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला एयरफोर्स का सी-17 ग्लोब मास्टर 3 गुरुवार को बाढ़ से त्रस्त मारवाड़ को राहत देने पहुंचा। स्काई लॉर्ड स्क्वाड्रन का यह जंगी विमान चेन्नई से नेशनल डिजास्टर रिस्पाॅन्स फोर्स (एनडीआरएफ) 120 जवानों की टीम के साथ दोपहर तीन बजे जोधपुर एयरबेस पर उतरा। इसके बाद यह शाम पांच बजे बाद यहां से उड़ गया।
बाड़मेर में गांव बनें टापू
राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में आई बाढ़ का कहर सवा सौ से पौने तीन सौ किमी दूर बाड़मेर-जैसलमेर जिलों पर भी व्यापक नजर आ रहा है। सांचौर में बाढ़ से बाड़मेर और जैसलमेर जिलों का गुजरात से सड़क संपर्क टूटने से दोनों तरफ लोग बे-बस हो गए हैं। अमूल दूध, सब्जियां, फल,अनाज खाद्य सामग्री की सप्लाई लड़खड़ा गई हैं। बाड़मेर-बालोतरा में करोड़ों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। उपचार के लिए धानेरा, डीसा, पालनपुर जाने वाले मरीजों की मुश्किलें बढ़ती नजर रही हैं। बाड़मेर से गुजरात महाराष्ट्र समेत दक्षिण के राज्यों का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय चौपट हो रहा हैं।
दो दिन में सब्जियां हुई महंगी
राजस्थान के रेगिस्तान में लगातार हो रही बारिश के चलते बाड़मेर और जालोर में आम लोगो की जिंदगी पर पड़ने लगा है क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। करीब तीन सौ से अधिक ट्रक सांचौर गांधव पुल के पास फंसे हैं। पंजाब, हरियाणा से गुजरात को जोड़ने वाला मेगा हाइवे रामजी की गोल जाकर एनएच 15 को जोड़ रहा हैं। ट्रैफिक बंद होने से सैकड़ों ट्रकों की लंबी कतारे लगी हैं। इस पानी का असर यह हो रहा है बाड़मेर जिले में सब्जियों के साथ ही खाने पीने का सामान मंहगा हो गया है आलम यह है कि पिछले दो दिनों में सब्जियों के भाव दुगने है।
सप्लायरों को हो रहा करोड़ों का नुकसान
बाड़मेर से बेंटोनाइट, मुल्तानी मिट्टी, लिग्नाइट, प्लास्टर ऑफ पेरिस समेत कई खनिजों की सप्लाई गुजरात, महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में होती हैं। जिले भर से रोजाना करीब डेढ़ सौ से अधिक ट्रक रवाना होते हैंं। बीते दो दिनों से गुजरात से सड़क संपर्क टूटने से खनिजों का कारोबार ठप हो गया है। गांधव पुल सांचौर में खनिजों से भरे सैकड़ों ट्रक खड़े हैं। लगातार बारिश होने से खनिज पदार्थ भीगने से खराब होने का खतरा हैं, वहीं समय पर सप्लाई नहीं पहुंचने से उद्योगों का काम प्रभावित हो रहा हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान ट्रक मालिकों को उठाना पड़ रहा हैं।
[ First Indian News ]
एयरफोर्स का विमान सी-17 ग्लोब मास्टर फिर बना रक्षादूत
एयरफोर्स का जंगी विमान सी-17 ग्लोब मास्टर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत के लिए नायक बन कर उभरा है। यमन में फंसे भारतीयों को निकालने और नेपाल में आए प्रलयकारी भूकंप के बाद राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला एयरफोर्स का सी-17 ग्लोब मास्टर 3 गुरुवार को बाढ़ से त्रस्त मारवाड़ को राहत देने पहुंचा। स्काई लॉर्ड स्क्वाड्रन का यह जंगी विमान चेन्नई से नेशनल डिजास्टर रिस्पाॅन्स फोर्स (एनडीआरएफ) 120 जवानों की टीम के साथ दोपहर तीन बजे जोधपुर एयरबेस पर उतरा। इसके बाद यह शाम पांच बजे बाद यहां से उड़ गया।
राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में आई बाढ़ का कहर सवा सौ से पौने तीन सौ किमी दूर बाड़मेर-जैसलमेर जिलों पर भी व्यापक नजर आ रहा है। सांचौर में बाढ़ से बाड़मेर और जैसलमेर जिलों का गुजरात से सड़क संपर्क टूटने से दोनों तरफ लोग बे-बस हो गए हैं। अमूल दूध, सब्जियां, फल,अनाज खाद्य सामग्री की सप्लाई लड़खड़ा गई हैं। बाड़मेर-बालोतरा में करोड़ों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। उपचार के लिए धानेरा, डीसा, पालनपुर जाने वाले मरीजों की मुश्किलें बढ़ती नजर रही हैं। बाड़मेर से गुजरात महाराष्ट्र समेत दक्षिण के राज्यों का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय चौपट हो रहा हैं।
दो दिन में सब्जियां हुई महंगी
राजस्थान के रेगिस्तान में लगातार हो रही बारिश के चलते बाड़मेर और जालोर में आम लोगो की जिंदगी पर पड़ने लगा है क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। करीब तीन सौ से अधिक ट्रक सांचौर गांधव पुल के पास फंसे हैं। पंजाब, हरियाणा से गुजरात को जोड़ने वाला मेगा हाइवे रामजी की गोल जाकर एनएच 15 को जोड़ रहा हैं। ट्रैफिक बंद होने से सैकड़ों ट्रकों की लंबी कतारे लगी हैं। इस पानी का असर यह हो रहा है बाड़मेर जिले में सब्जियों के साथ ही खाने पीने का सामान मंहगा हो गया है आलम यह है कि पिछले दो दिनों में सब्जियों के भाव दुगने है।
सप्लायरों को हो रहा करोड़ों का नुकसान
बाड़मेर से बेंटोनाइट, मुल्तानी मिट्टी, लिग्नाइट, प्लास्टर ऑफ पेरिस समेत कई खनिजों की सप्लाई गुजरात, महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में होती हैं। जिले भर से रोजाना करीब डेढ़ सौ से अधिक ट्रक रवाना होते हैंं। बीते दो दिनों से गुजरात से सड़क संपर्क टूटने से खनिजों का कारोबार ठप हो गया है। गांधव पुल सांचौर में खनिजों से भरे सैकड़ों ट्रक खड़े हैं। लगातार बारिश होने से खनिज पदार्थ भीगने से खराब होने का खतरा हैं, वहीं समय पर सप्लाई नहीं पहुंचने से उद्योगों का काम प्रभावित हो रहा हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान ट्रक मालिकों को उठाना पड़ रहा हैं।
(फर्स्ट इंडिया की टीम ने बाड़मेर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को जायजा लिया)
वहीं पिछले चार दिन से मोर्चा संभाले हुए जालोर के जिला कलेकटर जीतेन्द्र सोनी का कहना है कि लगातार भारी बारिश के कारण नेशनल हाइवे नं.15 पिछले 5 दिनों बंद है। हाइवे पर काफी जगह है अब हमने हाइवे अथॉरिटी की टीमों को बुलाकर हाइवे पर बने पुलों की जांच शुरू करवा दी है और उम्मीद करते है की जल्द ही नेशनल हाइवे से आवागमन शुरू कर दिया जायेगा। फ़िलहाल हाइवे को ऐतिहात के तौर पर बंद किया गया है।[ First Indian News ]
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