फरीदाबाद..नयी दिल्ली, छह सितंबर :भाषा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्पष्ट किया कि समयपूर्व सेवानिवृत्त होने वाले सैन्य बलों के जवान भी वन रैंक, वन पेंशन :ओआरओपी: योजना के दायरे में आएंगे। आंदोलन कर रहे पूर्व सैन्यकर्मियों ने प्रधानमंत्री के इस ऐलान का स्वागत करते हुए अनशन खत्म कर दिया हालांकि उनका आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार की ओर से पूर्व सैन्यकर्मियों की ओआरओपी की मांग स्वीकार करने की घोषणा किए जाने के एक दिन बाद आज मोदी ने समयपूर्व सेवानिवृत्त पर पूर्व सैन्यकर्मियों को ‘गुमराह करने’ के प्रयास करने वालों पर निशाना साधा।
उन्होंने फरीदाबाद में मेट्रो लाइन का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘कुछ लोगों को लगता है कि जिन्हंे 15-17 साल की सेवा के बाद नौकरी छोड़नी पड़ी उनको ओआरओपी नहीं मिलेगा। मेरे जवान भाइयों, चाहे वो एक हवलदार हो, एक सिपाही हो या फिर एक नायक हो, आप सभी देश को सुरक्षित रखते हैं। अगर किसी को ओआरओपी को मिलता है तो पहले आपको मिलेगा।’’ मोदी ने कहा, ‘‘युद्ध में लड़ते हुए अगर किसी ने अपने शरीर का कोई अंग खो दिया और उसे सेना छोड़नी पड़ी तो क्या उसे ओआरओपी से वंचित रखा जा सकता है? सैन्य बलों से प्रेम करने वाला प्रधानमंत्री इस बारे में सोच भी नहीं सकता। ऐसे सभी लोगों को ओआरओपी मिलेगा।’’ जारी
[पीटीआई-भाषा संवाददाता] 18:40 HRS IST
सरकार की ओर से पूर्व सैन्यकर्मियों की ओआरओपी की मांग स्वीकार करने की घोषणा किए जाने के एक दिन बाद आज मोदी ने समयपूर्व सेवानिवृत्त पर पूर्व सैन्यकर्मियों को ‘गुमराह करने’ के प्रयास करने वालों पर निशाना साधा।
उन्होंने फरीदाबाद में मेट्रो लाइन का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘कुछ लोगों को लगता है कि जिन्हंे 15-17 साल की सेवा के बाद नौकरी छोड़नी पड़ी उनको ओआरओपी नहीं मिलेगा। मेरे जवान भाइयों, चाहे वो एक हवलदार हो, एक सिपाही हो या फिर एक नायक हो, आप सभी देश को सुरक्षित रखते हैं। अगर किसी को ओआरओपी को मिलता है तो पहले आपको मिलेगा।’’ मोदी ने कहा, ‘‘युद्ध में लड़ते हुए अगर किसी ने अपने शरीर का कोई अंग खो दिया और उसे सेना छोड़नी पड़ी तो क्या उसे ओआरओपी से वंचित रखा जा सकता है? सैन्य बलों से प्रेम करने वाला प्रधानमंत्री इस बारे में सोच भी नहीं सकता। ऐसे सभी लोगों को ओआरओपी मिलेगा।’’ जारी
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