भारतीय नौसेना और ओमान की रॉयल नौसेना (आरएनओ) दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के साथ-साथ डाउस द्वारा की जाने वाली ऐतिहासिक नौवहन पोत यात्राओं और दोनों देशों से एक-दूसरे के बंदरगाहों पर मौसमी हवाओं का लाभ लेते हुए नौवहन व्यापार पोतों द्वारा की जाने वाली यात्राओं का पता लगाने के लिए मस्कट से कोच्चि तक साथ-साथ समुद्री यात्रा करेंगी। इन मौसमी हवाओं को अरबी में ‘मौसम’ कहा जाता है। भारत से मसालों और कपडों तथा ओमान से खजूर और सोने के फलते-फूलते व्यापार से दोनों सभ्यताएं फली-फूली और अनेक शताब्दियों से दोनों देशों की सभ्यता और व्यापारिक संबंधों में बढ़ोत्तरी हुई। उसके बाद से पांच लाख से भी अधिक भारतीयों ने ओमान में अपने घर बसाए जिससे दोनों देशों के मध्य सांस्कृति संबंध और मज़बूत हुए।
भारतीय नौवहन प्रशिक्षण पोत तरंगिनी 22 नवंबर, 2015 को मस्कट पहुंच गया। मस्कट स्थित भारतीय उच्चायोग के मीडिया से बातचीत सहित अनेक गतिविधियों की मेजबानी करने की योजना है। भारतीय नौसेना के एक फ्लैग ऑफिसर को मस्कट में आयोजन के लिए नियुक्त किया गया है। इस आयोजन की भावना के अनुरूप ओमान की वायुसेना के कैडिटों और युवा अधिकारियों को भारतीय नौवहन प्रशिक्षण पोत में और भारतीय नौसेना के कुछ अधिकारियों और कैडिटों को एसटीएस शबाब ओमान में मस्कट से कोच्चि तक साथ-साथ नौवहन के दौरान यात्रा करने का मौका मिलेगा।
कोच्चि में दोनों नौवहन प्रशिक्षण पोतों के आगमन पर 4 से 7 दिसंबर तक इस प्रयास के लिए भव्य स्वागत और जोरदार समापन समारोह आयोजित करने की योजना है। दोनों पोतों द्वारा विशिष्ट आगंतुक कार्यक्रम, मीडिया से बातचीत और स्वागत समारोह आयोजित किए जाएंगे। आरएनओ कर्मियों के लिए सांस्कृतिक और विरासत भ्रमण, खेल तथा कोच्चि में भारतीय नौसेना सुविधाओं का भ्रमण कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है। यह आयोजन दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के साथ-साथ परियोजना मौसम के तहत एक प्रमुख आयोजन के रूप में किया जा रहा है। इससे दोनों देशों के दरमियान राजनयिक और समुद्री संबंध और मज़बूत होंगे तथा ऐसे और आयोजनों का मार्ग प्रशस्त होगा।
भारतीय नौवहन प्रशिक्षण पोत तरंगिनी 22 नवंबर, 2015 को मस्कट पहुंच गया। मस्कट स्थित भारतीय उच्चायोग के मीडिया से बातचीत सहित अनेक गतिविधियों की मेजबानी करने की योजना है। भारतीय नौसेना के एक फ्लैग ऑफिसर को मस्कट में आयोजन के लिए नियुक्त किया गया है। इस आयोजन की भावना के अनुरूप ओमान की वायुसेना के कैडिटों और युवा अधिकारियों को भारतीय नौवहन प्रशिक्षण पोत में और भारतीय नौसेना के कुछ अधिकारियों और कैडिटों को एसटीएस शबाब ओमान में मस्कट से कोच्चि तक साथ-साथ नौवहन के दौरान यात्रा करने का मौका मिलेगा।
कोच्चि में दोनों नौवहन प्रशिक्षण पोतों के आगमन पर 4 से 7 दिसंबर तक इस प्रयास के लिए भव्य स्वागत और जोरदार समापन समारोह आयोजित करने की योजना है। दोनों पोतों द्वारा विशिष्ट आगंतुक कार्यक्रम, मीडिया से बातचीत और स्वागत समारोह आयोजित किए जाएंगे। आरएनओ कर्मियों के लिए सांस्कृतिक और विरासत भ्रमण, खेल तथा कोच्चि में भारतीय नौसेना सुविधाओं का भ्रमण कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है। यह आयोजन दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के साथ-साथ परियोजना मौसम के तहत एक प्रमुख आयोजन के रूप में किया जा रहा है। इससे दोनों देशों के दरमियान राजनयिक और समुद्री संबंध और मज़बूत होंगे तथा ऐसे और आयोजनों का मार्ग प्रशस्त होगा।
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